यह अनुवाद कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) आधुनिक प्रौद्योगिकी के माध्यम से किया गया है। इसके अलावा, यह डॉ. मुस्तफा खत्ताब के "स्पष्ट कुरआन" पर आधारित है।

Aṭ-Ṭûr (सूरह 52)
الطُّور (Mount Ṭûr)
परिचय
यह मक्की सूरह अपना नाम आयत 1 से लेती है, जहाँ अल्लाह तआला अन्य बातों के साथ तूर पर्वत की क़सम खाते हैं कि क़यामत का दिन निश्चित है। न्याय के प्रति संदेह करने वालों की सज़ा का वर्णन किया गया है, जिसके बाद ईमान वालों और उनकी संतान के लिए मिलने वाले इनाम का विस्तृत वर्णन है (आयत 17-28)। नास्तिकता को भी रद्द किया गया है (आयत 25-36)। नबी (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) को अल्लाह की सहायता का आश्वासन दिया गया है, जबकि मुशरिकों के अक़ीदों और दलीलों को इस सूरह और अगली सूरह दोनों में खंडित किया गया है। अल्लाह के नाम से जो अत्यंत कृपाशील, दयावान है