यह अनुवाद कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) आधुनिक प्रौद्योगिकी के माध्यम से किया गया है। इसके अलावा, यह डॉ. मुस्तफा खत्ताब के "स्पष्ट कुरआन" पर आधारित है।

Al-Ḥujurât (सूरह 49)
الحُجُرَات (The Private Quarters)
परिचय
यह मदनी सूरह, जिसका नाम आयत 4 में पैगंबर के निजी कक्षों (हुजरों) के संदर्भ से लिया गया है, ईमान वालों को पैगंबर के प्रति उचित आचरण (आयत 1-5), अन्य ईमान वालों के साथ व्यवहार के सामाजिक शिष्टाचार (आयत 6-12) और शेष मानवता (आयत 13) के बारे में निर्देश देती है। सूरह के अंत में, खानाबदोश अरबों को यह शिक्षा दी गई है कि सच्चा ईमान केवल बातों से नहीं बल्कि कर्मों से सिद्ध होता है। अल्लाह के नाम से जो परम कृपालु, अत्यंत दयावान है।