यह अनुवाद कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) आधुनिक प्रौद्योगिकी के माध्यम से किया गया है। इसके अलावा, यह डॉ. मुस्तफा खत्ताब के "स्पष्ट कुरआन" पर आधारित है।

Surah 31 - لُقْمَان

Luqmân (सूरह 31)

لُقْمَان (Luqmân)

मक्की सूरहमक्की सूरह

परिचय

यह मक्की सूरह लुक़मान के नाम पर है, जो एक बुद्धिमान अफ़्रीकी व्यक्ति थे। इसमें उनके बेटे को दिए गए उपदेश (आयतों 12-19 में) उद्धृत किए गए हैं, जो अल्लाह और लोगों के साथ व्यक्ति के संबंध पर केंद्रित हैं। जहाँ ईमान वालों की प्रशंसा की गई है, वहीं मूर्तिपूजकों की निंदा उनकी कृतघ्नता, दूसरों को अल्लाह के मार्ग से भटकाने और मूर्तियों को उसके बराबर ठहराने के लिए की गई है। पिछली सूरह की तरह, इसमें भी अल्लाह के प्राकृतिक चमत्कारों का उल्लेख किया गया है, जो इनकार करने वालों को चुनौती देता है कि वे बताएं उनके देवताओं ने क्या बनाया है। यह सूरह मानवता को क़यामत के दिन की चेतावनी देते हुए समाप्त होती है, और अगली सूरह का मार्ग प्रशस्त करती है। अल्लाह के नाम से जो अत्यंत कृपाशील, दयावान है।

Luqmân () - अध्याय 31 - स्पष्ट कुरान डॉ. मुस्तफा खत्ताब द्वारा