Surah 96
Volume 1

The Clinging Clot of Blood

العَلَق

العلق

LEARNING POINTS

सीखने के बिंदु

अल्लाह इंसानों पर बहुत मेहरबान है, लेकिन उनमें से कई उसका शुक्र अदा नहीं करते और उन लोगों को भी गाली देते हैं जो उसकी सेवा और इबादत करने की कोशिश करते हैं।

बहुत से लोग अहंकारी और अपमानजनक हो जाते हैं जब वे सोचते हैं कि उनके पास सब कुछ है और उन्हें अल्लाह या किसी और की ज़रूरत नहीं है।

अल्लाह हमेशा पैगंबर को सहारा देकर दिलासा देता है।

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BACKGROUND STORY

पृष्ठभूमि की कहानी

पैगंबर मुहम्मद (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम) मक्का के ठीक बाहर, हीरा की गुफा में कुछ समय जीवन के उद्देश्य पर विचार करने के लिए बिताया करते थे। एक दिन फ़रिश्ता जिब्रील (अलैहिस्सलाम) अचानक उनके सामने प्रकट हुए, उन्हें कसकर भींचा, और उन्हें कुछ बार पढ़ने का आदेश दिया। पैगंबर (सल्लल्लाहु अलैहि व सल्लम), जो पढ़ या लिख नहीं सकते थे, ने सदमे में कहा, "मैं पढ़ नहीं सकता।" आखिरकार, जिब्रील (अलैहिस्सलाम) ने उन्हें सिखाया: "अपने रब के नाम से पढ़ो जिसने पैदा किया... (1-5)" ये कुरान की सबसे पहली आयतें हैं जो अवतरित हुईं। (इमाम अल-बुखारी और इमाम मुस्लिम द्वारा दर्ज)।

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प्रथम वही

1पढ़िए, हे नबी, अपने रब के नाम से जिसने पैदा किया। 2इंसान को जमे हुए खून के लोथड़े से पैदा किया। 3पढ़िए! और आपका रब अत्यंत कृपालु है, 4जिसने क़लम से सिखाया— 5इंसान को वह सिखाया जो वह नहीं जानता था।

ٱقۡرَأۡ بِٱسۡمِ رَبِّكَ ٱلَّذِي خَلَقَ 1خَلَقَ ٱلۡإِنسَٰنَ مِنۡ عَلَقٍ 2ٱقۡرَأۡ وَرَبُّكَ ٱلۡأَكۡرَمُ 3ٱلَّذِي عَلَّمَ بِٱلۡقَلَمِ 4عَلَّمَ ٱلۡإِنسَٰنَ مَا لَمۡ يَعۡلَمۡ5

BACKGROUND STORY

पृष्ठभूमि की कहानी

यह खंड मक्का के एक मूर्ति-पूजक, अबू जहल नामक व्यक्ति के बारे में बताता है, जिसने अपने देवताओं की कसम खाई थी कि यदि उसने कभी पैगंबर को काबा में नमाज़ पढ़ते हुए पकड़ लिया, तो वह उनकी गर्दन पर पैर रखेगा। अतः ये आयतें उसे चेतावनी देने के लिए अवतरित हुईं। {इमाम इब्न कसीर द्वारा दर्ज}

वह व्यक्ति जिसने नबी का अपमान किया

6निःसंदेह, मनुष्य सभी सीमाएँ लाँघ जाता है। 7जब वह सोचता है कि उसे किसी की आवश्यकता नहीं है। 8परन्तु निःसंदेह तुम्हारे रब ही की ओर लौटना है। 9क्या तुमने उस व्यक्ति को देखा जो रोकता है? 10हमारे एक बन्दे को नमाज़ पढ़ने से? 11क्या ख़्याल है अगर यह बंदा हिदायत पर हो, 12या नेकी की तरग़ीब देता हो? 13क्या ख़्याल है अगर वह शख़्स झुठलाता और मुंह मोड़ता रहे? 14क्या वह नहीं जानता कि अल्लाह सब कुछ देखता है? 15हरगिज़ नहीं! अगर वह बाज़ न आया, तो हम उसे पेशानी के बालों से ज़रूर घसीटेंगे। 16—एक झूठी, गुनाहगार पेशानी। 17तो वह अपने गिरोह को बुला ले। 18हम जहन्नम के दारोग़ों को बुलाएँगे। 19हरगिज़ नहीं! ऐ पैग़म्बर, उसकी बात हरगिज़ न मानो! बल्कि सजदा करो और अल्लाह के क़रीब हो जाओ।

كَلَّآ إِنَّ ٱلۡإِنسَٰنَ لَيَطۡغَىٰٓ 6أَن رَّءَاهُ ٱسۡتَغۡنَىٰٓ 7إِنَّ إِلَىٰ رَبِّكَ ٱلرُّجۡعَىٰٓ 8أَرَءَيۡتَ ٱلَّذِي يَنۡهَىٰ 9عَبۡدًا إِذَا صَلَّىٰٓ 10أَرَءَيۡتَ إِن كَانَ عَلَى ٱلۡهُدَىٰٓ 11أَوۡ أَمَرَ بِٱلتَّقۡوَىٰٓ 12أَرَءَيۡتَ إِن كَذَّبَ وَتَوَلَّىٰٓ 13أَلَمۡ يَعۡلَم بِأَنَّ ٱللَّهَ يَرَىٰ 14كَلَّا لَئِن لَّمۡ يَنتَهِ لَنَسۡفَعَۢا بِٱلنَّاصِيَةِ 15نَاصِيَةٖ كَٰذِبَةٍ خَاطِئَةٖ 16فَلۡيَدۡعُ نَادِيَهُۥ 17سَنَدۡعُ ٱلزَّبَانِيَةَ 18كَلَّا لَا تُطِعۡهُ وَٱسۡجُدۡۤ وَٱقۡتَرِب ۩19

आयत 19: दिमाग का वह अगला हिस्सा जो हमारे फैसलों और कामों को नियंत्रित करता है।

Al-'Alaq () - बच्चों के लिए कुरान - अध्याय 96 - स्पष्ट कुरान डॉ. मुस्तफा खत्ताब द्वारा